संभल:क्या आतंक कायम रखने के लिए अकबरपुर में बिजली ठेकेदार की हत्या की गई थी ? ठेकेदार श्योप्रसाद की हत्या के बाद पुलिस में दर्ज प्राथमिकी में मृतक के भाई महीपाल ने साफ़ साफ़ यही कहा है l बीस साल पहले पिता और अब उसके पुत्र की हत्या दिन-दहाड़े हत्या के सभी सात नामजदों चार दिन बाद भी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं l
गुन्नौर थाना के गाँव अकबरपुर में 22 फरवरी को बिजली विभाग के ठेकेदार श्योप्रसाद की दबंगों ने दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या का दी थी l पुलिस में दर्ज प्राथमिकी में मृतक के भाई महिपाल का आरोप है कि उसके पिता भूरे की बीस साल पहले वेदपाल,योगेन्द्र आदि ने हत्या कर दी थी l मुकद्दमे में सजा के बाद आरोपी जमानत पर थे l
पिता की हत्या के बाद से आरोपी उस तथा उसके भाई को मारने की तलाश में थे आए दिन धमकी देते थे तथा हत्या की कोशिश भी की l
22 फरवरी को आरोपियों ने उसके भाई की गोली मारकर इस लिए हत्या कर दी कि कोई गवाही न दे सके l
हत्या के पांच दिन बाद भी पुलिस सात नामजदों में से किसी एक को भी गिरफ्तार नहीं कर पाई है l आरोप है कि नामजद मृतक पक्ष के लोगों को अब भी धमकी दे रहे हैं l हत्या से करीब दो महीने पहले से अकबरपुर में धमकीबाजी का दौर चलता रहा l नामजदों में से एक माधवेश ने राशन कोटेदार के खिलाफत वाले ग्रामीणों के अगुआ ऊदल को भी फोन पर धमकाया था फोन रिकार्डिंग के अनुसार माधवेश की नजर में पुलिस का कोई मायने नहीं है l पुलिस में करीब डेढ महीने पहले रिपोर्ट भी हुई परन्तु पुलिस ने कारवाई की जगह मामला पेंडिंग कर दिया, पुलिस में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार ही बाद में इस माधवेश ने भी ठेकेदार की हत्या में शामिल रहा l