संभल में सपाई प्रष्ठभूमि के हिस्ट्रीशीटर को पुलिस की छूट, ठेकेदार हत्याकाण्ड में नामजद हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार नहीं कर रही पुलिस देखें वीडियो


फाइल फोटो - मृत ठेकदार श्यो प्रसाद 
# संभल में सपाई प्रष्ठभूमि के सजायाफ्ता एचएस को पुलिस की छूट
# दिनदहाड़े बिजली ठेकेदार की हत्या में मुख्य अभियुक्त है हिस्ट्रीशीटर
# पांच महीने बाद भी हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार नहीं कर रही पुलिस
# संभल में पुलिस संरक्षित हिस्ट्रीशीटर का जलबा 
# भाजपा समर्थक ठेकेदार की पांच महीने पहले हुई थी हत्या 
# हिस्ट्रीशीटर वेदपाल है हत्याकाण्ड का नामजद मुख्य मुलजिम  
# ठेकेदार की हत्या से बीस साल पहले उसके पिता को भी  मौत के घाट उतार चुका है हिस्ट्रीशीटर
# ठेकेदार की पिता की हत्या में सजायाफ्ता वेदपाल ने एक ही परिवार की दो महिलाओं को बना दिया विधवा 
# हत्या जानलेवा हमलों समेत वाहन चोरी के मामले दर्ज हैं हिस्ट्रीशीटर पर  

संभल:  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार के अपराधियों के इन काउन्टर और मुठभेड़ के दाबों के विपरीत संभल में अब भी सपाई प्रष्ठभूमि के हिस्ट्रीशीटर का जलबा कायम है l ठेकेदार की हत्या में नामजद मुख्य मुलजिम हिस्ट्रीशीटर और उसके भाई को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर रही है l जलबा हो भी क्यों न थाने के करीब  रहने वाले हिस्ट्रीशीटर को पुलिस की खुली छूट है l 

                              


पूरा मामला समझाने को हम संभल के गुन्नौर थाना  के गाँव अकबरपुर ले कर चलते हैं l पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार 22 फरवरी को इस गाँव में घर में घुसकर हिस्ट्रीशीटर वेदपाल और उसके भाई योगेन्द्र समेत सात लोगों ने बिजली ठेकेदार श्यो प्रसाद की घर से खींच कर दिन दहाड़े गोली मार कर ह्त्या कर दी l

                                 

कप्तान समेत आलाधिकारी मौके पर पहुंचे, सपाई प्रष्ठभूमि का हिस्ट्रीशीटर वेदपाल और उसका भाई योगेन्द्र क्रमश: प्रथम एवं द्वितीय मुख्य अभियुक्त नामजद हुए l कुल सात लोगों के खिलाफ मृतक के भाई महिपाल ने रिपोर्ट लिखाई l

                                   

प्राथमिकी के अनुसार हत्या की जो वजह थी वह गुंडई की इन्तेहा है l पुलिस रिकॉर्ड के ही अनुसार इस गाँव में भूरे की 1997 में वेदपाल और उसके साथियों ने गोलियां मार कर हत्या कर दी थी l वेदपाल समेत तेरह लोगों के  खिलाफ रिपोर्ट हुई l जिला न्यायालय ने अभी को दोषी मानते हुए आजीवन कारावास के  के साथ पचास-पचास हजार के जुर्माने  की सजा सुनाई l

                                   


बाद में सभी आरोपी हाईकोर्ट से जमानत पर रिहा हो कर आ गए l पुलिस रिकॉर्ड के ही अनुसार आरोप है कि भूरे की हत्या में फैसला करने को हिस्ट्रीशीटर वेदपाल, भूरे के लड़के ठेकेदार और इस मुकद्दमे के वादी महिपाल को धमकी देता रहा l  आरोप है कि उन पर जानी हमले भी किए फैसला न करने पर 22 फरवरी को भूरे के बड़े लड़के ठेकेदारश्यो प्रसाद की घर से खींच कर अंधाधुंध फायरिंग कर हत्या कर दी l

                                  

तत्कालीन कप्तान मौके पर पहुंचे वेदपाल और उसके भाई समेत सात के खिलाफ रिपोर्ट हुई, प्राथमिकी के अनुसार वेदपाल के तमंचे की गोली ठेकेदार को लगी उसकी मौत हो गई l बाबजूद पुलिस, सपाई प्रष्ठभूमि के हिस्ट्रीशीटर वेदपाल को गिरफ्तार नहीं कर रही है  न उसके भाई को, जबकि वेदपाल गुन्नौर थाना के पीछे मकान में रहता है l
                                  

यहाँ बताना जरूरी है कि मृतक पक्ष भाजपा समर्थक है सीएम से लेकर शायद ही पुलिस का कोई अधिकारी बचा हो जहां पीड़ित फरियाद न कर चुके हों, आरोप है कि अभियुक्तों की मौजूदगी की सूचना के बाबजूद पुलिस उनको गिरफ्तार न करने के बहाने बना देती है l गुन्नौर सीओ ने आधिकारिक रूप से इस मामले पर कैमरे के सामने कुछ भी कहने से साफ़ मना  कर दिया, इधर कोतवाल ने कैमरे के सामने कुछ भी कहने से मना कर दिया  l
                                    

अब देखना ये है कि क्या पुलिस सपाई प्रष्ठभूमि के हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार कर संभल पुलिस मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अपराधियों के खिलाफ अभियांन के दाबे को साबित करेगी या प्रदेश में योगी सरकार के बाबजूद निरीह जुल्म और पुलिस की मनमानी  झेलने पर मजबूर होते रहेंगे l  





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