संभल: आप मानें या न मानें परन्तु कम से कम भक्तों की तो माननी पड़ेगी जो कैमरे के सामने कह रहे हैं कि बंगाली बाबा आश्रम पर मन्नत के लिए बाबा को सिगरेट और चरस का भोग चढ़ाया जाता है l जी हाँ ये आप की मर्जी पर है लोग बताशे ,पेढे भी प्रसाद में चढाते हें लेकिन बाबा से ख़ास मन्नत को सिगरेट और चरस का भोग जरुरी है l ये हम नहीं कह रहे बंगाली बाबा आश्रम पर मत्था नबाने वाले उनके भक्त इस बात को कहते हुए बताते हैं कि बंगाली बाबा को चरस की सिगरेट चढाने से भूत प्रेत आदि बीमारियाँ दूर हो जाती हैं और मनमाफिक फल मिलता है l
बंगाली बाबा कहाँ हैं और उनकी समाधि पर क्या कब होता है ? ये समझाने को हम आपको यूपी के संभल जनपद के थाना रजपुरा के क़स्बा गवां स्थित बंगाली बाबा आश्रम ले चलते हैं l
संभल जनपद के रजपुरा थाना के उपनगर गवां के पश्चिमी भाग में तपोभूमि में बाबा बंगाली का सैकड़ों साल पुराना आश्रम है जहाँ बंगाली बाबा अंग्रेज बाबा और बाबा बच्चा बाबा की पूजा होती है l हालाँकि कोई ये नहीं बता पाता कि आश्रम कितना पुराना है? लेकिन बुजुर्गवारों की मानें तो आश्रम पांचसौ या इससे भी ज्यादा साल पुराना है l लेकिन सभी के मुंह से एक बात सुनी जा सकती है कि बंगाली बाबा को प्रसाद चढाने की पुरानी परंपरा है l वैसे यहाँ प्रतिदिन भक्त शीश झुकाने आते हैं परन्तु गुरुवार को भारी तादात में सभी सम्प्रदायों के महिला पुरुष आश्रम पर आते हैं और प्रसाद चढाते हें l प्रसाद की एक ख़ास बात है कि बंगाली बाबा को प्रसाद में सुलगती हुई चरस की सिगरेट से लोग मन्नत पूरी होने की बात कहते हैं l पी कर शंकरजी की बूटी का असर बंगाली बाबा आश्रम पर साफ़ देखा जा सकता है l ये लोगों की श्रद्धा है परम्परा, विश्वास या कुछ अलग ये तो इधर के भक्त जानें लेकिन बाबा को प्रसाद में बताशे मिठाई के साथ सिगरेट और चरस भर कर जलती सिगरेट चढाते लोगों को गुरूवार को देखा जा सकता है l
बरसों से आश्रम पर बंगाली बाबा को प्रसाद चढाने आने वाले क़स्बा गवां के आचार्य चंद्रशेखर शर्मा का कहना है कि बंगाली बाबा को चरस की सिगरेट चढाने से भूत प्रेत जैसी परेशानियाँ दूर हो जाती हैं l
बाबा को प्रसाद और भोग की अरसे से परंपरा है जिसका उनके तमाम अनुयाई आज भी पालन कर रहे हैं l
बंगाली बाबा के भक्तों से बातचीत पर आधारित, यूपी ख़बरें चरस और सिगरेट के इस्तेमाल को प्रोत्साहित नहीं करता है l