डीएवी फर्टिलाइजर पब्लिक स्कूल बबराला के टॉपर - विवेक कुमार
डीएवी फर्टिलाइजर पब्लिक स्कूल बबराला के टॉपर - अविरल गुप्ता
डीएवी फर्टिलाइजर पब्लिक स्कूल की सेकिंड टॉपर - ईशा वार्ष्णेय
डीएवी फर्टिलाइजर पब्लिक स्कूल बबराला के थर्ड टॉपर - विशाल राघव
संभल : सीबीएसई इंटरमीडिएट में डीएवी फर्टिलाइजर पब्लिक स्कूल बबराला के विवेक और अविरल गुप्ता 95.8 प्रतिशत अंक लेकर संयुक्त रूप से स्कूल टॉपर बने हैं l 95.6 प्रतिशत अंक के साथ ईशा वार्ष्णेय सेकिंड और 95.2 प्रतिशत अंक प्राप्त कर विशाल राघव ने स्कूल के थर्ड टॉपर बनने का गौरव पाया है l स्कूल के 19 छात्र-छात्राओं ने 90 या 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए हैं l
बबराला के डीएवी फर्टिलाइजर पब्लिक स्कूल का इंटरमीडिएट के रिजल्ट में जलवा रहा है l स्कूल के साइंस वर्ग के विवेक कुमार और अविरल गुप्ता 95.8 प्रतिशत अंक प्राप्त कर संयुक्त रूप स्कूल के फर्स्ट टॉपर रहे हैं l विवेक बबराला के किराना दुकानदार पवन गुप्ता के पुत्र तथा इस स्कूल से 2012 में इंटर में सेकिंड टॉपर रहकर आईई एस बने दिवंगत ध्रुव वार्ष्णेय के छोटे भाई हैं l एक दुखद घटना में होली के दिन ध्रुव की गंगा में डूबने से मौत हो गई थी l अपने स्कूल और भाई का नाम रोशन रखते हुए विवेक इस बार भाई से भी आगे स्कूल के संयुक्त टॉपर बने हैं l विवेक एक्चुरियल साइंस से आईईएस बनना चाहते हैं l
इंटर के संयुक्त दूसरे टॉपर बबराला के अविरल गुप्ता के पिता बबराला के ही बीआरएस इंटर कॉलेज में गणित के अध्यापक हैं l साइंस वर्ग के अविरल आईआईटी से इंजीनियर बनना चाहते हैं l अविरल छुट्टी के दिनों में 10-11 घंटे तथा सामान्य दिनों में 5 घंटे पढ़ते हैं l अविरल का स्कूली बच्चों को सन्देश है कि शुरू से पढाई की जाए और हर सब्जेक्ट पर पकड होनी चाहिए, कोई सब्जेक्ट कमजोर नहीं होता है l
कमार्स वर्ग से डीएवी स्कूल की ईशा वार्ष्णेय 95.6 प्रतिशत अंक लेकर स्कूल की सेकिंड टॉपर बनी हैं l ईशा सीए बनना चाहती है l उनका मूल मन्त्र है रटंत विद्या घटंत बुद्धि जिसका मतलब रटने से ज्यादा समझने की है l कामयाबी का श्रेय वे टीचर्स, पेरेंट्स, फ्रेंड्स के सपोर्ट और प्रिंसिपल के गाइडेंस, एक्स्ट्राक्लासेज, स्कूल लाइब्रेरी को देती हैं l दो बहन भाइयों में ईशा बड़ी है l ईशा के पिता पवन वार्ष्णेय मूल रूप से बुलंदशहर के कस्बा डिबाई के निवासी हैं l 1993 में उन्होंने बबराला में टाटा केम को ज्वाइन किया जो हस्तांतरण के बाद अब यारा इंटरनेशनल है वे कम्पनी के प्रोडक्शन डिपार्टमेंट में असिस्टेंट मेनेजर है l
साइंस वर्ग से विशाल राघव 95.2 प्रतिशत अंक प्राप्त कर यारा स्कूल के थर्ड टॉपर बने हैं l विशाल के पिता मुनीश पाल सिंह गुन्नौर में नोटरी एडवोकेट हैं l धनारी थाना के गाँव खलीलपुर के विशाल का परिवार काफी समय से बबराला में रहता है l 6-7 घंटे प्रतिदिन पढने वाले विशाल डीयू से फिजिक्स से आनर्स के बाद आईएएस बनना चाहते हैं l
स्कूल के छात्र-छात्राओं की कामयाबी पर यारा और स्कूल प्रबंधन, स्कूल के प्रिंसपल जगदीश सिंह और स्कूल के अध्यापक अध्यापिकाओं ने छात्र-छात्राओं की उत्तरोत्तर प्रगति की कामना के साथ और बेहतर रिजल्ट की उम्मीद जताई है l
Post a Comment